झांसी। परिजनों ने जिस बात की आशंका जताई थी, वह सही साबित हुई और चिरगांव पुलिस फिसड्डी साबित हुई। नौ मार्च को अपह्रत शराब कारोबारी की लाश मिलने से परिजनों में गहरा आक्रोश व्याप्त है, गुस्साए लोगों ने रोड जाम कर प्रदर्शन किया।
आपको बता दें कि 9 मार्च को चिरगांव निवासी मंशाराम शिवहरे घर से निकले फिर वापस नहीं लौटे थे। उनकी बाइक छिरोना नहर के पास खड़ी मिली थी। उनकी पत्नी ने पुलिस को तहरीर देकर अपहरण की आशंका जताते हुए अनिल शिवहरे, अतुल यादव व विनोद शिवहरे पर आरोप लगाए थे। 24 घण्टे बाद भी जब मंशाराम का पता नहीं चला तो परिजनों ने एसएसपी कार्यालय आकर न्याय की गुहार लगाई। लेकिन पुलिस हवा में हाथ पैर मारती रही, अपह्रत का कोई पता नहीं चला। आज उसी नहर के पास मंशाराम की लाश मिलने से हड़कम्प मच गया। परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस गम्भीरता से जांच करती तो मंशाराम की जान बच सकती थी।